Corona virus को लेकर इंडो-नेपाल क्‍योंं संवेदनशील है इंडो-नेपाल बार्डर, ऐसे बरती जा रही चौकसी

Corona virus को लेकर इंडो-नेपाल क्‍योंं संवेदनशील है इंडो-नेपाल बार्डर, ऐसे बरती जा रही चौकसी


कोरोना वायरस को लेकर यूं तो इस समय सीमावर्ती महराजगंज जिला हाई अलर्ट पर है। लेकिन इंडो-नेपाल बार्डर के सोनौली व ठूठीबारी कस्बों में खास चौकसी शुरू कर दी गई है। इन्हीं दो कस्बों के रास्ते देशी-विदेशी पर्यटकों का नेपाल आना-जाना होता है।


इन दोनों कस्बों में स्वास्थ्य विभाग ने हेल्थ हेल्प डेस्क स्थापित किया है। हेल्थ डेस्क पर बकायदा मेडिकल टीम लगाई गई है, जो सीमा खुलने से लेकर सीमा बंद होने तक मुस्तैद रह रही है। विदेशियों की स्कैनिंग शुरू की गई है। जरूरत पड़ी तो संदेह के आधार पर अस्पताल में भर्ती कर जांच भी कराई जाएगी। वहीं, जिला प्रशासन ने साफ कर दिया है कि चीन से आने वाले किसी भी व्यक्ति को बिन जांच नहीं आने दिया जाएगा।


चीन से फैले कोरोना वायरस ने जहां खौफ पैदा कर दिया है। वहीं नेपाल में कोरोना संक्रमित मिलने के बाद सीमाई इलाका संवेदनशील हो गया है। मंगलवार को सोनौली स्थित एसएसबी चेक पोस्ट के पास एक हेल्थ हेल्प डेस्क स्थापित कर दिया गया। इस हेल्थ डेस्क पर एक डाक्टर व दो स्टाफ की तैनाती की गई है। यह टीम सीमा खुलने के समय सुबह छह बजे से लेकर सीमा बंद होने के समय रात दस बजे तक मुस्तैद रहेगी।


मास्क की बढ़ी बिक्री
कोरोना वायरस के दहशत से लोगों ने सावधानियां बरतनी शुरू कर दी है। मंगलवार को अचानक मुंह पर लगाने वाले मास्क की बिक्री बढ़ गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ इस अभियान में सहयोग कर रहे पुलिस फोर्स के लोग भी मुंह पर मास्क चढ़ाए रह रहे हैं। मंगलवार को हेल्प डेस्क चालू होने के कुछ ही घंटे में थाईलैंड, अमेरिका, जर्मन सहित अन्य देशों के बीस लोगों की स्कैनिंग की जा चुकी थी।


सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव, एसडीएम नौतनवा जसधीर सिंह व सीओ राजू कुमार साव ने इस डेस्क का शुभारंभ किया। सीमा पार नेपाल से आने वाले विदेशियों की इस डेस्क पर जरूरत के हिसाब से स्कैनिंग की जा रही है। विदेशियों से बातचीत कर इस वायरस के लक्षण के बारे में तस्दीक की जा रही है। वहीं विदेशियों को लेकर आने-जाने वाले वाहनों में घुसकर भी टीम निगरानी कर रही है। 


स्कैनिंग में बीमारी के लक्षण खांसी, बुखार व सांस फूलने जैसी जानकारी टीम ले रही है। टीम के डा. अशोक कुमार ने बताया कि नेपाल से आने वाले सभी विदेशी नागरिकेां की स्कैनिंग की जा रही है। इन लोगों के मोबाइल नंबर भी रखे जा रहे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर संपर्क किया जा सके। बताया कि किसी में स्कैनिंग के दौरान वायरस के लक्षण महसूस हुए तो उसकी जांच कराई जाएगी। इसके लिए महराजगंज जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।